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संदेश

SELF AWARENESS,HOSPITAL AWARENESS

 [2/15, 08:08] Dr.J.k Pandey: भारतीय संस्कृति विश्व में जितनी श्रेष्ठ है उससे भी कही अधिक श्रेष्ठ भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति रही है यह उस वक्त की बात है जब न कोई कारखाने थे न मोटर गाड़ी थी यहाँ तक की हॉस्पिटल की जगह औषधालय हुआ करते थे ,इंजेक्शन क्या हुआ करतेहै इससे कोई नहीं जानता था ,अलोपैथिक पद्धति का नामोनिशान नहीं था हम लोग सोच रहे होंगे की मरीज बीमार होते ही स्वर्गवासी हो जाया करते रहे होंगे ,लेकिन ऐसा नहीं था उस समय की चिकित्सा पद्धति विश्व में सर्वश्रेष्ठ थी बीमार लोग बिना ऑपरेशन बिना इंजेक्शन ठीक हो जाया करते थे वे विद्वान लोग ही चिकित्सा किया करते थे . [2/15, 08:20] Dr.J.k Pandey: उस वक़्त चिकित्सा व्यवसाय नहीं था और चिकित्सक व्यवसाई नहीं थे तत्कालीन चिकित्सको का जंगलो में निवास था जो आश्रम में कुटिया बनाकर रहते थे और समाज के लोगों की चिकित्सा निःशुल्क किया करते थे चिकित्सा सेवा करना केवल जनहित का कार्य था जो केवल अपनी विद्द्वता का प्रयोग जनहित में किया करते थे तत्कालीन भारतीय चिकित्सा पद्धति आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति हुआ करती थी जिसमे केवल जड़ी बूटियों वनस्पतियों फल सब्जियो

MEDICINE AWARENESS

 [2/13, 01:01] Dr.J.k Pandey: एथिकल और जेनेरिक दवा में कोई फर्क नहीं होता दोनों को एक ही तरीके से बनाया जाता है I सिर्फ मार्केटिंग व ब्रांडिंग का फर्क होता है और यही दवा की कीमत को बढ़ा देता है अपने प्लान के दौरान हम लोगों को अवेयर करने पर भी विशेष ध्यान देंगे I [2/14, 10:32] Dr.J.k Pandey: एथिकल और जेनेरिक दवा दोनों में अंतर कर पाना हर किसी के लिए संभव नहीं है कहने की बात और होती है और जिंदगी में हक़ीक़त में वही बात उतारने की बात और यहाँ मेरे द्वारा एथिकल और जेनेरिक में अंतर समझाने का प्रयाश किया जा रहा है आशा है सब के समझ में आ जायेगा .एक उदाहरण देकर समझाने का प्रयास किया जा रहा है . [2/14, 10:43] Dr.J.k Pandey: मान लीजिये हमारी गवर्नमेंट हमे एक परीक्षा में सम्मलित होने को आमंत्रित करती है जिसका पूर्णांक १०० होता है उसमे शामिल हुए परीक्षार्थियों का परीक्षा परिणाम क्रमशः 33%,45%,50%,70%....99.9% रहता है .अब इसमें उत्तीर्ण होने के लिए आवश्यक अंक 33%है .उत्तीर्ण 33%वाला कैंडिडेट भी हुआ और 99.9% वाला कैंडिडेट भी उत्तीर्ण हुआ दोनों कैंडिडेट परीक्षा में उत्तीर्ण हुए लेकिन दोनों में अंतर समझ म

MEDICINE AWARENESS

 [2/13, 01:01] Dr.J.k Pandey: एथिकल और जेनेरिक दवा में कोई फर्क नहीं होता दोनों को एक ही तरीके से बनाया जाता है I सिर्फ मार्केटिंग व ब्रांडिंग का फर्क होता है और यही दवा की कीमत को बढ़ा देता है अपने प्लान के दौरान हम लोगों को अवेयर करने पर भी विशेष ध्यान देंगे I [2/13, 01:37] Dr.J.k Pandey: बाजार में सोना (GOLD) 22,23,24 कैरट मिलता है तीनो को सोना ही बोलते हैं तीनो से आभूषण ही बनाया जाता है ,टेलीविज़न LG,PHILIPS,SAMSUNG, CHINA MODEL तीनो का काम एक ही है .कहने का सीधा मतलब है यदि जिस क्वालिटी कंट्रोल से एथिकल मेडिसिन का टेस्ट किया जाता है यदि उसी क्वालिटी कंट्रोल से जेनेरिक दवा का टेस्ट किया जाये तो एथिकल और जेनेरिक में अंतर साफ़ दिखेगा .कहने का मतलब है एथिकल मेडिसिन की प्यूरिटी 99.9%बनाने की रहती है जबकि जेनेरिक मेडिसिन की प्यूरिटी मिनिमम रहती है .और एक बात आती है जेनेरिक मेडिसिन सस्ती मिलती है जब सस्ती मिलती है तो इतना ज्यादा प्राइस रेट क्यों डाला रहता है सस्ती स्टॉकिस्ट और डीलर को मिलती है आम जनता को तो MRP. रेट में ही मिलती है फिर कहा सस्ती हुए [2/13, 01:41] Dr.J.k Pandey: आम जनता को य

MEDICAL TERMINOLOGY

 आज हम आपको 100 Most Common Medical Words के बारे मैं बतायेगे ये लिस्ट जो है सभी लोगो के काम आने वाला है क्युकी इनका हिंदी मैं लिखा गया है Basic medical terminology list | 100 most common medical words BASIC MEDICAL TERMINOLOGY LIST IN HINDI 1. Analgesic :- दर्द निवारक दवा 2. Antipyretic :- बुखार कम करने की दवा 3. Antibiotic:– वह रासायनिक कैमिकल्स जो जीवाणुओ को खत्म करता है। 4. Appetite :- भूख लगना 5. Artificial Insemination :- कृत्रिम गर्भधान 6.Anthelmintic :- वह दवा जो पेट के कीडों को मारने के लिए दी जाती है 7. Abortion:– गर्भपात / Termination Of Pregnancy 8. Anatomy :- शारीरिक संरचना 9. Absorption:- अवशोषण 12. Anaerobic Bacteria:- वह जिवाणु जो ऑक्सीजन की अनुपस्थिती में जीवित रहते है। 10. Acetylcholine :- वो कैमिकल जो Neuromuscular जंक्शन पर संदेश का आदान प्रदान करता है। 11. Aerobic Bacteria :- वह जिवाणु जो ऑक्सीजन की उपस्थिती में जीवित रहते है। 12. Cervicitis:-गर्भाशय ग्रीवा मैं होने वाला यौन सक्रमण 13. Anti-Inflammatory :- वह दवा जो सूजन दर्द व रेडनेस (Redness) को कम करने के लिए दी

MEDICAL TERM AWARENESS

 [2/12, 13:23] Dr.J.k Pandey: इस पेज में आज उन शब्दों की जानकारी दी जाएगी जो आज के समय में हर व्यक्ति को जानना जरूरी है [2/12, 13:32] Dr.J.k Pandey: 1.दर्द निवारक दवा (ANALGESIC)2.बुखार की दवा (ANTIPYRETIC)3.जीवाणुओं को ख़त्म करने की दवा (ANTIBIOTICS)4.भूख की दवा (APETISER)5.दवा जो सूजन दर्द में दी जाती है (ANTI INFLAMMATORY)6.पेट के कीड़े की दवा (ANTHELMINTIC)7.शरीर में ऐठन की दवा (ANTI SPASMODIC) [2/12, 13:38] Dr.J.k Pandey: 8.भूख न लगना (ANOREXIA)9.गैस बनना अफरा (BLOAT)10.रक्त (BLOOD)11.पित्त जो वसा  का  पाचन  करवाता है (BILE) [2/12, 14:00] Dr.J.k Pandey: 12.जो परजीवी शरीर के ऊपर रहते हैं (ECTOPARASITE)13.परजीवी जो शरीर के अंदर रहते है (ENDOPARASITE)14.विषाक्त भोजन से होने वाला शारीरिक नुकशान (FOOD POISIONING)15.संक्रमण (INFECTION)16.सूजन दर्द लालिमा (INFLAMMATION)17.लंगड़ापन आ जाना (LAMINITIS)18.दुग्ध ग्रंथियों में सूजन (MASTITIS)19.गर्भाशय में सूजन (METRITIS)20.गर्भाशय में अंदरूनी सूजन (ENDOMETRITIS)21.मस्तिष्क की अंदरूनी सतह में सूजन (MENINGITIS)22.मांसपेशियों में दर्द (MYALGIA)23.उ

AMBULANCE AWARENESS

 [2/11, 12:34] Dr.J.k Pandey: एक आपातकालीन स्थिति को आमतौर पर जीवन अंग या शरीर को खतरा की समस्या के रूप में माना जा सकता है [2/11, 12:38] Dr.J.k Pandey: ज्यादातर आपात स्थितियों में किसी और को सहायता के लिए लेना चाहिए आपातकालीन सेवा के लिए ही एम्बुलेंस का उपयोग करना चाहिए [2/11, 12:47] Dr.J.k Pandey: आपातकालीन सेवा के लिए १०८ या  एम्बुलेंस के लिए काल करने के कहा जा सकता है एम्बुलेंस को काल करने का निर्णय समस्या और लक्षणों की गंभीरता पर आधारित होना चाहिए साथ ही साथ सम्भावना है की समस्या बदतर हो सकती है विशेष रूप से समय पर चिकित्सा सहायता तक पहुंचने में देर लग सकती है [2/11, 12:49] Dr.J.k Pandey: कुछ तकलीफ होती है जिनके लिए हॉस्पिटल में भर्ती होना ही सबसे अच्छा विकल्प होता है जिसमे एम्बुलेंस सेवा का बहुत बड़ा योगदान हो सकता है [2/11, 13:03] Dr.J.k Pandey: जैसे की : 1.तीव्र सीने का दर्द 2.सांस का फूलना (कमी )ऑक्सीज़न की 3.दिल की धड़कन का तेजी से बढ़ जाना 4.तीव्र रक्तस्त्राव 5.अचानक बेहोशी ,याददास्त कमजोरी 5.हाई ग्रेड फीवर यानि तीव्र ज्वर 6.तीव्र प्रसूति के साथ स्त्री रोग , गर्भपात की स्थिति 7.

TYPES OF AMBULANCE

 [2/10, 15:04] Dr.J.k Pandey: एम्बुलेंस :एम्बुलेंस एक वाहन है जिसका उपयोग एक मरीज या एक्सीडेंटल व्यक्ति को किसी स्थान से हॉस्पिटल या एक हॉस्पिटल से दुसरे हॉस्पिटल तक ले जाने में किया जाता है ज्यादातर एक एम्बुलेंस में रोगी के हॉस्पिटल पहुंचने तक मरीज को ट्रीटमेंट भी दिया जाता है [2/10, 15:12] Dr.J.k Pandey: एम्बुलेंस के प्रकार :एम्बुलेंस एक नहीं सात तरह की एम्बुलेंस होती हैं 1.साधारण एम्बुलेंस 2.ऑक्सीज़न एम्बुलेंस 3.एडवांस एम्बुलेंस 4.न्यूनेटल एम्बुलेंस 5.पेशेंट ट्रांसपोर्ट व्हीकल 6.एयर एम्बुलेंस 7.मर्चुरी एम्बुलेंस ,शव वाहन [2/10, 15:19] Dr.J.k Pandey: 1.साधारण एम्बुलेंस :यदि हॉस्पिटल किसी सामान्य चेकप के लिए जाना हो तो साधारण एम्बुलेंस का उपयोग किया जा सकता है इसमें कोई भी सुविधा नहीं होती है यदि आपका ऑक्सीज़न लेवल कम है और आपके पास खुद का ऑक्सीज़न सिलेंडर है तो इस एम्बुलेंस का उपयोग किया जा सकता है . [2/10, 15:22] Dr.J.k Pandey: 2.ऑक्सीज़न एम्बुलेंस :जिन मरीजों का ऑक्सीज़न लेवल संक्रमण की वजह से कम हो गया है या उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है उनको इस ऑक्सीज़न एम्बुलेंस का