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फिमोसिस या फाइमोसिस क्या है?

 फिमोसिस या फाइमोसिस क्या है? फिमोसिस या फाइमोसिस एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें लिंग की त्वचा की ऊपरी चमड़ी जिसे फोरस्किन (Foreskin) कहा जाता है, अत्यधिक टाइट हो जाती है और शिश्नमुंड (लिंग का आगे वाला हिस्सा जिसे अंग्रेजी में Glans कहा जाता है) से पीछे नहीं हट पाती। ज्यादातर बच्चे व शिशु जिनका खतना (Circumcision) नहीं किया गया होता है उनको आगे जाकर फिमोसिस की समस्या हो जाती है, मतलब आगे जाकर उनके लिंग की ऊपरी चमड़ी पूरी तरह से या बिलकुल ही पीछे नहीं हट पाती। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि शिश्नमुंड और ऊपरी चमड़ी शिशु के पहले कुछ सालों तक आपस में जुड़ी होती है। चमड़ी पीछे ना हट पाने के कारण उसके नीचे के क्षेत्र की ठीक से सफाई नहीं हो पाती और खराब स्वच्छता के कारण वहां पर बार-बार संक्रमण होने होने लगता है। शिश्नमुंड में बार-बार संक्रमण होने से स्कारिंग (गहरे निशान पड़ना) होने लगती है और जिसके परिणाम से अंत में फिमोसिस रोग विकसित हो जाता है। जिन लोगों को फिमोसिस है उनमें लिंग में संक्रमण के संकेत महसूस होते ही उनको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, संक्रमण के संकेत व लक्षणों में लिंग की ऊपरी चमड़ी म