सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

अप्रैल 1, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

हकलाने का होम्योपैथिक ट्रीटमेंट

 Homeopathic Medicine And Treatment In Hindi Stammering | हकलाने का होम्योपैथिक ट्रीटमेंट रुक-रुक के बोलने का इलाज | बच्चों के बोलने की होम्योपैथिक दवा | हकलाने का क्या कारण है Stammering | हकलाने का होम्योपैथिक ट्रीटमेंट अक्सर हकलाहट की समस्या 2 से 7 वर्ष की उम्र के बीच में शुरू होता है और लड़कों में लड़कियों की अपेक्षा यह समस्या अधिक पाई जाती है, लगभग 4 गुणा ज्यादा। रोगी को दवा और निरंतर अभ्यास से इस समस्या से निजाद दिलाया जा सकता है। मैं यहाँ कुछ मुख्य होम्योपैथिक दवा की चर्चा करूँगा कि कौन सी दवा से हकलाहट की समस्या पूरी तरह से ठीक हो जाती है। Bovista 30 – यह दवा विशेष रूप से बच्चों और अधिक उम्र की कुंवारी स्त्री के हकलाहट में अच्छा काम करती है। ऐसे में इस दवा की 2 बून्द दिन में 3 बार लेना है। Bufo rana 30 – अगर अधिक गुस्सा आने के समय हकलाहट की समस्या होती है तो आपको बूफो राना का सेवन करना है। 2 बून्द दिन में 3 बार लेना है। Cuprum Met 30 – इसमें हकलाहट तो रहती है साथ में एक विशेष लक्षण है कि रोगी का जीभ सांप के जीभ की तरह अंदर-बाहर हुआ करती है। ऐसे लक्षण पर Cuprum Met 30 का सेवन करान