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MEDICAL TERMINOLOGY

 आज हम आपको 100 Most Common Medical Words के बारे मैं बतायेगे ये लिस्ट जो है सभी लोगो के काम आने वाला है क्युकी इनका हिंदी मैं लिखा गया है Basic medical terminology list | 100 most common medical words BASIC MEDICAL TERMINOLOGY LIST IN HINDI 1. Analgesic :- दर्द निवारक दवा 2. Antipyretic :- बुखार कम करने की दवा 3. Antibiotic:– वह रासायनिक कैमिकल्स जो जीवाणुओ को खत्म करता है। 4. Appetite :- भूख लगना 5. Artificial Insemination :- कृत्रिम गर्भधान 6.Anthelmintic :- वह दवा जो पेट के कीडों को मारने के लिए दी जाती है 7. Abortion:– गर्भपात / Termination Of Pregnancy 8. Anatomy :- शारीरिक संरचना 9. Absorption:- अवशोषण 12. Anaerobic Bacteria:- वह जिवाणु जो ऑक्सीजन की अनुपस्थिती में जीवित रहते है। 10. Acetylcholine :- वो कैमिकल जो Neuromuscular जंक्शन पर संदेश का आदान प्रदान करता है। 11. Aerobic Bacteria :- वह जिवाणु जो ऑक्सीजन की उपस्थिती में जीवित रहते है। 12. Cervicitis:-गर्भाशय ग्रीवा मैं होने वाला यौन सक्रमण 13. Anti-Inflammatory :- वह दवा जो सूजन दर्द व रेडनेस (Redness) को कम करने के लिए दी

MEDICAL TERM AWARENESS

 [2/12, 13:23] Dr.J.k Pandey: इस पेज में आज उन शब्दों की जानकारी दी जाएगी जो आज के समय में हर व्यक्ति को जानना जरूरी है [2/12, 13:32] Dr.J.k Pandey: 1.दर्द निवारक दवा (ANALGESIC)2.बुखार की दवा (ANTIPYRETIC)3.जीवाणुओं को ख़त्म करने की दवा (ANTIBIOTICS)4.भूख की दवा (APETISER)5.दवा जो सूजन दर्द में दी जाती है (ANTI INFLAMMATORY)6.पेट के कीड़े की दवा (ANTHELMINTIC)7.शरीर में ऐठन की दवा (ANTI SPASMODIC) [2/12, 13:38] Dr.J.k Pandey: 8.भूख न लगना (ANOREXIA)9.गैस बनना अफरा (BLOAT)10.रक्त (BLOOD)11.पित्त जो वसा  का  पाचन  करवाता है (BILE) [2/12, 14:00] Dr.J.k Pandey: 12.जो परजीवी शरीर के ऊपर रहते हैं (ECTOPARASITE)13.परजीवी जो शरीर के अंदर रहते है (ENDOPARASITE)14.विषाक्त भोजन से होने वाला शारीरिक नुकशान (FOOD POISIONING)15.संक्रमण (INFECTION)16.सूजन दर्द लालिमा (INFLAMMATION)17.लंगड़ापन आ जाना (LAMINITIS)18.दुग्ध ग्रंथियों में सूजन (MASTITIS)19.गर्भाशय में सूजन (METRITIS)20.गर्भाशय में अंदरूनी सूजन (ENDOMETRITIS)21.मस्तिष्क की अंदरूनी सतह में सूजन (MENINGITIS)22.मांसपेशियों में दर्द (MYALGIA)23.उ

AMBULANCE AWARENESS

 [2/11, 12:34] Dr.J.k Pandey: एक आपातकालीन स्थिति को आमतौर पर जीवन अंग या शरीर को खतरा की समस्या के रूप में माना जा सकता है [2/11, 12:38] Dr.J.k Pandey: ज्यादातर आपात स्थितियों में किसी और को सहायता के लिए लेना चाहिए आपातकालीन सेवा के लिए ही एम्बुलेंस का उपयोग करना चाहिए [2/11, 12:47] Dr.J.k Pandey: आपातकालीन सेवा के लिए १०८ या  एम्बुलेंस के लिए काल करने के कहा जा सकता है एम्बुलेंस को काल करने का निर्णय समस्या और लक्षणों की गंभीरता पर आधारित होना चाहिए साथ ही साथ सम्भावना है की समस्या बदतर हो सकती है विशेष रूप से समय पर चिकित्सा सहायता तक पहुंचने में देर लग सकती है [2/11, 12:49] Dr.J.k Pandey: कुछ तकलीफ होती है जिनके लिए हॉस्पिटल में भर्ती होना ही सबसे अच्छा विकल्प होता है जिसमे एम्बुलेंस सेवा का बहुत बड़ा योगदान हो सकता है [2/11, 13:03] Dr.J.k Pandey: जैसे की : 1.तीव्र सीने का दर्द 2.सांस का फूलना (कमी )ऑक्सीज़न की 3.दिल की धड़कन का तेजी से बढ़ जाना 4.तीव्र रक्तस्त्राव 5.अचानक बेहोशी ,याददास्त कमजोरी 5.हाई ग्रेड फीवर यानि तीव्र ज्वर 6.तीव्र प्रसूति के साथ स्त्री रोग , गर्भपात की स्थिति 7.

TYPES OF AMBULANCE

 [2/10, 15:04] Dr.J.k Pandey: एम्बुलेंस :एम्बुलेंस एक वाहन है जिसका उपयोग एक मरीज या एक्सीडेंटल व्यक्ति को किसी स्थान से हॉस्पिटल या एक हॉस्पिटल से दुसरे हॉस्पिटल तक ले जाने में किया जाता है ज्यादातर एक एम्बुलेंस में रोगी के हॉस्पिटल पहुंचने तक मरीज को ट्रीटमेंट भी दिया जाता है [2/10, 15:12] Dr.J.k Pandey: एम्बुलेंस के प्रकार :एम्बुलेंस एक नहीं सात तरह की एम्बुलेंस होती हैं 1.साधारण एम्बुलेंस 2.ऑक्सीज़न एम्बुलेंस 3.एडवांस एम्बुलेंस 4.न्यूनेटल एम्बुलेंस 5.पेशेंट ट्रांसपोर्ट व्हीकल 6.एयर एम्बुलेंस 7.मर्चुरी एम्बुलेंस ,शव वाहन [2/10, 15:19] Dr.J.k Pandey: 1.साधारण एम्बुलेंस :यदि हॉस्पिटल किसी सामान्य चेकप के लिए जाना हो तो साधारण एम्बुलेंस का उपयोग किया जा सकता है इसमें कोई भी सुविधा नहीं होती है यदि आपका ऑक्सीज़न लेवल कम है और आपके पास खुद का ऑक्सीज़न सिलेंडर है तो इस एम्बुलेंस का उपयोग किया जा सकता है . [2/10, 15:22] Dr.J.k Pandey: 2.ऑक्सीज़न एम्बुलेंस :जिन मरीजों का ऑक्सीज़न लेवल संक्रमण की वजह से कम हो गया है या उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है उनको इस ऑक्सीज़न एम्बुलेंस का

AMBULANCE AWARENESS

 [2/9, 23:24] Dr.J.k Pandey: गंभीर मरीज को एक हॉस्पिटल दुसरे हॉस्पिटल हॉस्पिटल में शिफ्ट करने के लिए एम्बुलेंस से बेहतर दूसरा ऑप्शन नहीं हो सकता क्योकि एम्बुलेंस में ही वो सभी सुविधाए हो सकती है जो मरीज को रास्ते में जरूरी होती हैं एम्बुलेंस के बहुत से लाभ है जिन्हे एक आम आदमी को समझना जरूरी है [2/9, 23:31] Dr.J.k Pandey: 1:सबसे पहला लाभ एम्बुलेंस का यह है की एम्बुलेंस से फ़ास्ट कोई भी वाहन मरीज को एक हॉस्पिटल से दुसरे हॉस्पिटल नहीं पंहुचा सकता जिससे समय की बचत होती है जब की ऐसे समय में एक एक मिनट बहुत महत्वपूर्ण होता है [2/9, 23:36] Dr.J.k Pandey: 2:मरीज की जरूरत के हिसाब से रास्ते की सभी आवश्यकताएं एम्बुलेंस में ही संभव है क्योकि उसमे मरीज को लिटाने के लिए स्ट्रेचर जरूरी दवाएं टेक्निसिअन तथा ऑक्सीज़न उपलभ्द होती है [2/9, 23:50] Dr.J.k Pandey: 3:एम्बुलेंस स्टाफ जितना अच्छा मरीज का ध्यान दे सकता है उतना आम आदमी नॉन मेडिको नहीं दे पायेगा अतः हर स्तिथि में आम वाहन की अपेक्षा एम्बुलेंस हमेशा अधिक उपयोगी होती है .

AMBULANCE AWARENESS

 [2/9, 12:15] Dr.J.k Pandey: जब किसी छोटे हॉस्पिटल में भर्ती मरीज का इलाज चल रहा होता है और मरीज  को  आराम नहीं मिलता है उसकी तबियत दिन प्रतिदिन बिगड़ती जाती है तब मरीज के परिजन को मरीज को हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी जाती तब परिजन के दिमाग में एक ही बात आती है की मरीज को हायर सेंटर में शिफ्ट कैसे किया जाये तब उसका सबसे बेहतरीन उपाय है एम्बुलेंस एम्बुलेंस ही एक माध्यम है जिसके द्वारा मरीज को एक हॉस्पिटल से दुसरे हॉस्पिटल सुरक्षित पहुंचाया जा सकता है अब बात आती है एम्बुलेंस कहा मिलेगी तो अब बताता हु एम्बुलेंस कैसे करना है [2/9, 12:18] Dr.J.k Pandey: 1:मरीज का इलाज कर रहे डॉक्टर से मरीज की स्थिति के बारे में परिजनों को समझना चाहिए इसके बाद कौन सी एम्बुलेंस की जरूरत है वो निर्णय होगा . [2/9, 12:22] Dr.J.k Pandey: 2:यदि मरीज को लाइफ सेविंग मेडिसिन इन्फुजन पंप के द्वारा चलाई जा रही है मरीज वेंटीलेटर सपोर्ट में है तब उसको I.C.C.U एम्बुलेंस की आवस्यकता है अन्यथा नहीं . [2/9, 12:29] Dr.J.k Pandey: 3:ध्यान रहे मरीज की शिफ्टिंग हमेशा एम्बुलेंस के द्वारा ही करना चाहिए वही सुरक्षित तरीके से एक हॉस

AMBULANCE AWARENESS

[2/9, 01:13] Dr.J.k Pandey: जब मरीज हॉस्पिटल में भर्ती रहकर इलाज करा रहा होता है और उसके स्वास्थ में कोई सुधार नहीं होता है तथा उसके इलाज के लिए जरूरी सुविधा हॉस्पिटल में नहीं मिल पाती तब मरीज को हायर सेंटर के लिए रेफर किया जाता है जिसमे मरीज के जरूरत के हिसाब से सम्बुलेन्स की जरूरत पड़ती है तब मरीज के परिजन का दायित्व बनता है की एम्बुलेंस कैसे मिले उसकी व्यवस्था कैसे की जाये कौन सी एम्बुलेंस की जाये जिससे मरीज सही सलामत हायर सेंटर पहुंच जाये मरीज के परिजन को निम्न बातों का ध्यान रखते हुए एम्बुलेंस की व्यवस्था करनी चाहिए जिससे वो परेशानियों से बच सकता है [2/9, 01:19] Dr.J.k Pandey: 1:सबसे पहले मरीज के परिजन को मरीज का इलाज कर रहे डॉक्टर से संपर्क कर पता कर लेना चाहिए की मेरे मरीज को कौन सी एम्बुलेंस की जरूरत है I.C.C.U.अथवा सिंपल ट्रांसपोर्टिंग एम्बुलेंस की और एम्बुलेंस की व्यवस्था कैसे करे इसके बाद एम्बुलेंस की व्यवस्था में आगे बढे [2/9, 01:22] Dr.J.k Pandey: 2:कभी भी एजेंट के द्वारा एम्बुलेंस न करे नहीं तो आपको एम्बुलेंस महगी पड़ेगी यह मेरा खुद का अनुभव है . [2/9, 01:26] Dr.J.k Pandey: