[3/2, 17:03] Dr.J.k Pandey: एंजियोग्राफी क्या होती है और कैसे करते हैं
[3/2, 17:04] Dr.J.k Pandey: ANGIOGRAPHY DETAIL
एंजियोग्राफी क्या होती है
एंजियोग्राफी के लिए क्या तैयारी करें?
एंजियोग्राफी कैसे की जाती है –
एंजियोग्राफी के बाद देखभाल – कहा जाता है कि एक स्वस्थ शरीर में ही एक स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है, और शरीर के स्वस्थ होने के लिए आवश्यक है की मनुष्य का दिल स्वस्थ हो। जब हमारे दिल में या हमारे शरीर के किसी अंग में किसी प्रकार का कोई अवरोध उत्पन्न होता है या हमारा हार्ट सही प्रकार से काम नहीं करता तब उसकी जाँच करने के लिए एंजियोग्राफी की जाती है। एंजियोग्राफी एक डायग्नोस्टिक प्रोसेस है जो यह जानने के लिए की जाती है कि आपकी आर्टरी में कोई ब्लॉकेज तो नहीं है आइये जानते हैं कि कैसे की जाती है, कहाँ की जाती है और किस लिए की जाती है।
एंजियोग्राफी क्या होती है –
एंजियोग्राफी एक प्रकार का टेस्ट होता है जिसमे X- Ray तकनीक के द्वारा आपके शरीर विभिन्न अंगों की जाँच की जाती है। इस टेस्ट में शरीर के जिस हिस्से की जाँच करनी है उसे X-Ray के द्वारा देखा जाता है जिसके लिए उस हिस्से की ब्लड वेसेल्स में एक अपारदर्शी पदार्थ इंजेक्ट किया जाता है जिससे उस हिस्से के अंदर का सब साफ- साफ दिखाई दे।
जब X- Ray तकनीक के द्वारा आपके हार्ट के विभिन्न चैंबरों और आर्टरीज/धमनियों में एक विशेष प्रकार की दवाई या डाई को इंजेक्ट कराकर डॉक्टर आपके हार्ट के ब्लड फ्लो और ब्लड प्रेशर (10 Foods To Avoid With High Blood Pressure) को जांचते हैं और यह जांचते हैं कि आपकी कोरोनरी आर्टरीज में कोई ब्लॉकेज तो नहीं है, तो इस प्रकार के टेस्ट को कोरोनरी एंजियोग्राफी कहते हैं। इस टेस्ट को एंजिओग्राम (Angiogram) के नाम से भी जाना जाता है।
एंजियोग्राफी के लिए क्या तैयारी करें? – Preparation for Angiography in Hindi
एंजियोग्राफी (Angiography Meaning in Hindi) या एंजियोग्राम अस्पताल के कैथीटेराइजेशन लैब या कैथ लैब में की जाती है। आपकी हेल्थ केयर टीम आपको विशिष्ट बातें बताएगी और आपके द्वारा ली जाने वाली किसी भी दवा के बारे में भी आपसे बात करेगी। आमतौर पर एंजियोग्राफी (Angiography Meaning in Hindi) से पहले इन बातों का ध्यान रखना चाहिए:
एंजियोग्राफी करने से पहले अपने डॉक्टर से अच्छे से पूछ लें कि इस टेस्ट में क्या होता है और क्या क्या दवाइयां दी जाती हैं।
एंजियोग्राफी (Angiography Meaning in Hindi) टेस्ट की पूरी प्रक्रिया करीबन 1 से 2 घंटे की होती है तो उसके हिसाब से ही हॉस्पिटल आएं।
एंजियोग्राफी के लिए आते समय गहने और अन्य कीमती सामान घर पर ही निकल कर आएं।
अपने एंजियोग्राफी से पहले मध्यरात्रि के बाद कुछ भी न खाएं और न ही कुछ पीएं।
अगर आप किसी प्रकार की दवायें लेते हैं तो अपने डॉक्टर से पूछ लें कि एंजियोग्राफी से पहले उन्हें लिया जा सकता है या नहीं।
यदि आपको मधुमेह है, तो अपने डॉक्टर से पूछें कि क्या आपको अपने एंजियोग्राफी (Angiography in Hindi) से पहले इंसुलिन या अन्य ओरल मेडिकेशन लेना चाहिए या नहीं।
[3/2, 17:06] Dr.J.k Pandey: एंजियोग्राफी कैसे की जाती है – How Angiography is performed in Hindi
इस टेस्ट (Angiography in Hindi) में शरीर के जिस हिस्से की जाँच करनी है उसे X-Ray के द्वारा देखा जाता है जिसके लिए उस हिस्से की ब्लड वेसेल्स में एक अपारदर्शी पदार्थ इंजेक्ट किया जाता है जिससे उस हिस्से के अंदर का सब साफ- साफ दिखाई दे। इसके लिए टाँग के ऊपरी हिस्से या हाथ की नस में एक ट्यूब घुसाई जाती है जिसे कैथेटर कहते हैं। कैथेटर के द्वारा शरीर के उस हिस्से में डाई इंजेक्ट कराई जाती है, और जब डाई ब्लड वेसेल्स में आगे बढ़ती है तो उस समय X- Ray ले लिया जाता है। यह टेस्ट विशेष रूप से यह बताता है की शरीर के किसी हिस्से में ब्लड फ्लो और ब्लड सप्लाई अच्छे से हो रही है या नहीं।
यह टेस्ट 1-2 घंटे का होता है और टेस्ट के बाद कम से कम 4 -5 घंटे का आराम करना चाहिए। एंजियोग्राफी (Angiography Meaning in Hindi) टेस्ट पूरा होने के बाद केथेटर ट्यूब को निकल लिया जाता है और उस जगह को कुछ समय के लिए रुई से दबा दिया जाता है जिससे व्यक्ति का खून न बहे। कभी कभी डॉक्टर उस हिस्से को भरने के लिए टाँके लगा देते हैं या पट्टी या ड्रेसिंग कर देते हैं।
एंजियोग्राफी के बाद देखभाल – Caring after Angiography in Hindi
एंजियोग्राफी टेस्ट के बाद कुछ देखभाल आवश्यक होती हैं, अपने हेल्थ केयर टीम से सलाह लेने के बाद ही कोई काम करें। कुछ महत्वपूर्ण देखभाल इस प्रकार हैं-
एंजियोग्राफी (Angiography Meaning in Hindi) टेस्ट पूरा हो जाने के बाद अपने शरीर से डाई को फ्लश आउट करने के लिए जितना हो सके पानी और अन्य तरल पदार्थ पियें और थोड़ा अबश्य खायें।
अपने हेल्थ केयर टीम से पूछें की कब से पुनः आप अपनी दवाइयाँ ले सकते हैं, स्नान कर सकते हैं, और अपने सामान्य कार्य कबसे शुरू कर सकते हैं।
एंजियोग्राफी (Angiography in Hindi) के बाद कुछ दिनों तक भरी समान और कठिन कार्य करने से बचें।
एंजियोग्राफी टेस्ट के कुछ दिन तक एक्सरसाइज न करें और 5kg से ज्यादा वज़न न उठायें।
शरीर के जिस हिस्से पर कैथेटर ट्यूब लगाई जाती है उस हिस्से को जितना हो सके पानी से बचा कर रखें।
टिप्पणियाँ