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HEPATITIS B AWARENESS

 


हेपेटाइटिस बी क्या है – लक्षण, बचाव के उपाय और सही इलाज



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मनुष्य के शरीर में लिवर भोजन को पचाने और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकलने के लिए होता है। पर बहुत बार यह इन्फेक्टिड हो जाता है और लिवर में सूजन आ जाती है। जिस कारण यह सही से कार्य नहीं कर पाता। उस इन्फेक्शन से होने वाली बीमारी को हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B in Hindi) कहते हैं। यह लिवर के सबसे आम इन्फेक्शन्स में से एक है। यह हेपेटाइटिस वायरस के कारण होता है। आमतौर पर यह 2 तरह का होता है, हेपेटाइटिस ‘ए’ और हेपेटाइटिस ‘बी’ , पर इसके अन्य प्रकार ए, सी, डी, और ई भी हैं।

हेपेटाइटिस HBV वायरस (Hepatitis B Virus) के कारण भी हो सकता है। कभी कभी यह बैक्टीरिया के संक्रमण और लंबे समय से लिए जाने वाली दवाइयों के साइड इफ़ेक्ट से भी हो सकता है। ऐसी ही कुछ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी हमने इस लेख में दी हुई है। आइये जानते हैं हेपेटाइटिस का मतलब (Hepatitis B Meaning in Hindi), इसके कारण, लक्षण (Hepatitis B Symptoms in Hindi) और संभव इलाज (Hepatitis B Ka Ilaj in Hindi).

हेपेटाइटिस बी क्या होता है?

हपेटाइटिस बी वायरस के कारण होने वाला एक लिवर का इन्फेक्शन हेपेटाइटिस बी है। HBV पांच प्रकार के वायरल हेपेटाइटिस में से एक है। इसके अन्य प्रकार हेपेटाइटिस ए, सी, डी, और ई हैं। हेपेटाइटिस का प्रत्येक प्रकार एक अलग प्रकार का वायरस है, जिनमे बी और सी सबसे पुराने प्रकार हैं। The Centers for Disease Control and Prevention (CDC) के अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका (USA)में लगभग 3,000 लोग हर साल हेपेटाइटिस बी के कारण मर जाते हैं।

HBV का इन्फेक्शन काफी तेज़ी से फैलता है और ऐसा माना जाता है कि यह बहुत ही पुराना इन्फेक्शन होता है। तीव्र हेपेटाइटिस बी के लक्षण वयस्कों में सबसे जल्दी दिखाई देते हैं वहीं जिन शिशुओं को हेपेटाइटिस बी होता है, उन्हें कभी तीव्र हेपेटाइटिस बी नहीं होता और न ही उनमे इसके लक्षण विकसित होंगे। संक्रमित शिशु जैसे – जैसे बड़ा होगा उसमे हेपेटाइटिस बी का इन्फेक्शन पुराना होता जायेगा।

क्या हेपेटाइटिस बी संक्रामक है?

हेपेटाइटिस बी अत्यधिक संक्रामक रोग है। जिसका मतलब है कि यह संक्रमित रक्त और कुछ अन्य शारीरिक तरल पदार्थ के संपर्क के माध्यम से फैलता है। इसके अलावा इन्फेक्टेड व्यक्ति के साथ सेक्स करने से ये सबसे जल्दी फैलता है। यद्यपि हेपेटाइटिस बी का वायरस लार में पाया जा सकता है, पर यह एक ही बर्तन में खाना खाने या चुंबन करने से नहीं फैलता है। यह छींकने, खाँसने, या स्तनपान (ब्रेस्टफीडिंग) से भी नहीं फैलता है। इसका वायरस शरीर के बाहर सात दिनों तक जीवित रह सकता है।

हेपेटाइटिस बी के कारण

हेपेटाइटिस बी वास्तव में बहुत ही संक्रामक बीमारी है। यह वीर्य (सीमेन), योनि के तरल पदार्थ (वेजिनल फ्लूड), ब्लड, और मूत्र के संपर्क में आने से फ़ैल सकता है। कोई व्यक्ति इन सभी के द्वारा हेपेटाइटिस बी का शिकार हो सकता है-

  • इन्फेक्टेड या संक्रमित व्यक्ति के साथ योनि (वेजिनल), गुदा (अनल), या ओरल सेक्स करने से (सेक्स के दौरान कंडोम या डेंटल बैंड का उपयोग करके इसे रोका जा सकता है)
  • संक्रमित व्यक्ति के टूथब्रश और रेज़र का इस्तेमाल करने से (उन पर लगे ब्लड से हेपेटाइटिस बी हो सकता है)
  • शूटिंग द्वारा दी जाने वाली दवाओं, piercings, टैटू, आदि के लिए एक ही सुई इस्तेमाल करने से
  • एक सुई का बार बार इस्तेमाल करने से जिसमें हेपेटाइटिस बी का वायरस हो
  • हेपेटाइटिस बी, जन्म के दौरान संक्रमित माँ से उसके पैदा होने वाले बच्चे को भी स्थानान्तरित हो सकता है
  • हेपेटाइटिस बी लार (थूक) के माध्यम से नहीं फैलता, इसलिए आपको भोजन या पेय पदार्थ साझा करने से या कुछ खाने के लिए एक ही कांटे या चम्मच का उपयोग करने से हेपेटाइटिस बी नहीं हो सकता है।
  • हेपेटाइटिस बी चुंबन, गले लगाने, हाथ पकड़ने, खांसी, छींकने या स्तनपान कराने के माध्यम से भी नहीं फैलता है।

हेपेटाइटिस बी के लक्षण

तीव्र हेपेटाइटिस बी के लक्षण (Hepatitis B Symptoms in Hindi) कुछ महीनों तक स्पष्ट नहीं दिखते हैं। हालांकि, इसके कुछ आम लक्षणों में ये सभी शामिल हैं:

हेपेटाइटिस बी के किसी भी लक्षण के दिखते ही तुरंत इसका इलाज (Hepatitis B Treatment in Hindi) करने की आवश्यकता है। तीव्र हेपेटाइटिस बी के लक्षण 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में समय के साथ और बदतर होते जाते हैं। अगर आप हेपेटाइटिस बी के संपर्क में आ चुके हैं तो अपने डॉक्टर को तुरंत बताएं। ऐसा करके आप संक्रमण को रोकने में सक्षम हो सकते हैं।

हेपेटाइटिस बी से बचाव

हेपेटाइटिस बी के संक्रमण को रोकने के लिए इसका टीकाकरण कराना सबसे अच्छा तरीका है। सभी डॉक्टर्स इससे बचने के लिए टीकाकरण की सलाह देते हैं। टीकाकरण की पूरी श्रृंखला में तीन टीके लगाए जाते हैं। निम्नलिखित समूहों को हेपेटाइटिस बी का टीका जरूर लगवाना चाहिए-

  • जन्म के समय सभी शिशुओं को
  • किसी भी बच्चे और किशोर को जिन्हें जन्म में टीका नहीं लगाया गया हो
  • जिन वयस्कों का यौन संक्रमित संक्रमण (STI) का इलाज चल रहा हो
  • संस्थागत सेटिंग्स में रहने वाले लोग
  • ऐसे लोग जिन्हें उनके काम के कारण ब्लड के संपर्क में आना पड़ता है
  • एचआईवी (HIV) पॉजिटिव व्यक्तियों को
  • पुरुष, जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं
  • ऐसे लोगों को जो एक से ज्यादा लोगों के साथ यौन सम्बन्ध रखते हों
  • जो लोग इंजेक्शन से दवा लेते हों
  • हेपेटाइटिस बी वाले परिवार के सदस्य
  • पुरानी बीमारियों वाले व्यक्तियों को
  • हेपेटाइटिस बी की उच्च दर वाले क्षेत्रों में यात्रा करने वाले लोग

HBV का टीका ज्यादा महँगा भी नहीं होता और यह काफी असरदार भी होता है। इसके टीके को सभी लोगों को लेने की सलाह भी दी जाती है।

HBV के संक्रमण के जोखिम को कम करने के अन्य तरीके भी होते हैं। हमेशा ऐसे व्यक्ति के साथ यौन सम्बन्ध बनाये जो हेपेटाइटिस बी के लिए परीक्षण करा चुके हों। अनल, वेजिनल और ओरल सेक्स करते समय हमेशा कंडोम या डेंटल बैंड का प्रयोग करें। ड्रग्स लेने से बचें। यदि आप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यात्रा कर रहे हैं, तो पहले यह जांचें कि क्या आपके गंतव्य स्थान में हेपेटाइटिस बी की उच्च घटनाएं तो नहीं हैं और सुनिश्चित करें कि आप यात्रा से पहले पूरी तरह से टीकाकरण करा चुके हैं।

हेपेटाइटिस बी का निदान

आमतौर पर हेपेटाइटिस बी के निदान के लिए डॉक्टर ब्लड टेस्ट करते हैं। इसके अलावा हेपेटाइटिस बी के लिए स्क्रीनिंग भी की जा सकती है जो ऐसे लोगो के लिए होती है जो:

  • हेपेटाइटिस बी से ग्रस्त किसी व्यक्ति के संपर्क में आ गए हों
  • किसी ऐसी जगह घूम कर आएं हों जहाँ हेपेटाइटिस बी आम है
  • जेल में रहें हों
  • IV drugs जैसे हेरोइन, कोकेन, अम्फेटामाइन, प्रेस्क्राइब्ड ड्रग्स इत्यादि का उपयोग करतें हों
  • उनकी किडनी का डायलिसिस हुआ हो
  • गर्भवती हों
  • वे पुरुष हैं जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हों
  • जिन्हे एचआईवी हो

हेपेटाइटिस बी के लिए स्क्रीनिंग की प्रक्रिया में आपका डॉक्टर कई सारे ब्लड टेस्ट कर सकता है। कुछ टेस्ट के बारे में नीचे दिया गया है, आइये जानते हैं कौन-कौन से संभावित स्क्रीनिंग टेस्ट हो सकते हैं-

हेपेटाइटिस बी सरफेस एंटीजन टेस्ट

हेपेटाइटिस बी सरफेस एंटीजन टेस्ट से पता चलता है कि आप संक्रामक हैं या नहीं। पॉजिटिव परिणाम का मतलब है कि आप हैपेटाइटिस बी से ग्रस्त हो चुके हैं और यह वायरस आपसे किसी और को भी फैल सकता है।

हेपेटाइटिस बी कोर एंटीजन टेस्ट

हेपेटाइटिस बी कोर एंटीजन टेस्ट से पता चलता है कि क्या आप वर्तमान में HBV से संक्रमित हैं या नहीं। आमतौर पर पॉजिटिव परिणाम का मतलब होता है कि आप तीव्र या क्रोनिक हैपेटाइटिस बी से पीड़ित हैं।

हेपेटाइटिस बी सरफेस एंटीबॉडी टेस्ट

हेपेटाइटिस बी सरफेस एंटीबॉडी टेस्ट एचबीवी (HBV) के लिए लिये इम्युनिटी की जाँच करने के लिए किया जाता है। पॉजिटिव टेस्ट का मतलब है कि आप हेपेटाइटिस बी से प्रतिरक्षित (इम्यून) हैं।

लिवर फंक्शन टेस्ट

हेपेटाइटिस बी या किसी भी जिगर या लिवर की बीमारी वाले व्यक्तियों में लिवर फ़ंक्शन टेस्ट करना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। लिवर फंक्शन टेस्ट आपके ब्लड में आपके लिवर द्वारा बनाये गए एंजाइमों की मात्रा की जाँच करता है। यदि आपके लिवर में एंजाइमों की उच्च मात्रा होगी तो यह आपके लिवर को क्षतिग्रस्त या लिवर में सूजन होने का संकेत देते है। इस टेस्ट के परिणाम यह निर्धारित करने में भी मदद कर सकते हैं कि आपके लिवर का कौन सा हिस्सा सही से या असमान्य रूप से कार्य कर रहा है।

हेपेटाइटिस बी का इलाज

हेपेटाइटिस बी का इलाज, लिवर की बीमारी के खतरे को कम करने में मदद करता है और आपके संक्रमण को दूसरों तक पहुँचने से रोकता है। क्रोनिक हेपेटाइटिस बी के लिए निम्नलिखित इलाज हो सकते हैं:

हेपेटाइटिस बी टीकाकरण और प्रतिरक्षा (इम्युनिटी) ग्लोबुलिन

अगर आपको लगता है कि आप पिछले 24 घंटों में हेपेटाइटिस बी के संपर्क में आ चुके हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर से तुरन्त बात करें। यदि आपने टीकाकरण नहीं कराया है, तो हेपेटाइटिस बी का टीका लगवायें और HBV प्रतिरक्षा (इम्युनिटी) ग्लोबुलिन का इंजेक्शन लगवायें। ऐसा करके आप HBV के संक्रमण को रोक सकते हैं। यह एंटीबॉडी का एक समाधान है जो HBV के खिलाफ काम करता है।

एक्यूट हेपेटाइटिस बी के लिए कोई उपचार (Hepatitis B Treatment in Hindi) की आवश्यकता नहीं है, यह समय के साथ अपने आप सही हो जाता है, बशर्ते आपने इसके लिए टीकाकरण कराया हो। इससे जल्दी सही होने के लिए आप पर्याप्त आराम कर सकते हैं और जितना ज्यादा हो सके अपने आप को हाइड्रेटेड रखें।

हेपेटाइटिस बी के लिए इलाज के विकल्प

क्रोनिक हेपेटाइटिस बी के इलाज (Hepatitis B Treatment in Hindi) के लिए आप एंटीवायरल दवाइयों का प्रयोग कर सकते हैं। इससे आपको वायरस से लड़ने में मदद मिलती है। ये दवाइयां भविष्य में लिवर की जटिलताओं के जोखिम को भी कम कर सकते हैं।

यदि हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B in Hindi) के कारण आपका लिवर बेकार हो चुका है तो आपको लिवर ट्रांसप्लांट करने की आवश्यकता पड़ सकती है। लिवर ट्रांसप्लांट का मतलव होता है की आपका सर्जन आपका खराब लिवर किसी अन्य स्वस्थ लिवर से बदल देगा। ज्यादातर लिवर ट्रांसप्लांट के लिए उपयोग होने वाले लिवर मृत लोगों के होते हैं।



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