रूमेटाइड आर्थराइटिस की होम्योपैथिक दवा और इलाज रूमेटाइड आर्थराइटिस सबसे आम ऑटोइम्यून बीमारियों में से एक है, जो मुख्य रूप से जोड़ों को प्रभावित करती है। बता दें, कोई भी ऑटोइम्यून रोग तब होता है, जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली उचित तरीके से कार्य नहीं करती है। अब समझते हैं कि ऑटोइम्यून रोग क्या होता है? जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली स्वस्थ ऊतकों पर हमला करने लगती है, तो ऐसी स्थिति को ऑटोइम्यून रोग कहा जाता है। ऑटोइम्यून बीमारियों के उदाहरण में सिस्टमिक ल्यूपस एरिथेमेटोसस, इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज, मल्टीपल स्क्लेरोसिस, एलोपेसिया इत्यादि शामिल हैं। रूमेटाइड आर्थराइटिस में होने वाली सूजन जोड़ों के अंदरूनी ऊतकों (टिशू) को मोटा कर देती है, जिसकी वजह से जोड़ों में दर्द और सूजन हो जाती है। इसके अलावा फेफड़ों में नोड्यूल्स और त्वचा में भी सूजन देखी जाती है। बता दें, नोड्यूल्स का मतलब फेफड़ों में एक स्पॉट या शैडो से है। यह स्पॉट दिखने में गोल होते हैं, जो सामान्य फेफड़ों के ऊतकों की तुलना में अधिक घने होते हैं। रूमेटाइड आर्थराइटिस (आरए) पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक आम है। यह किसी भी उम्र
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