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PREGNANCY THIRD TRIMESTER

 तीसरी तिमाही क्या है? गर्भावस्था की तीसरी तिमाही के लक्षण भ्रूण का विकास शारीरिक परिवर्तन वजन बढ़ना गर्भावस्था की दूसरी तिमाही में करने योग्य व्यायाम टेस्ट व स्कैन गर्भावस्था की तीसरी तिमाही का आहार गर्भावस्था की अंतिम तिमाही की कार्य सूची गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में देखभाल गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में ध्यान देने योग्य बातें गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में देखभाल के टिप्स गर्भधारण एक महिला के लिए दुनिया का सबसे खूबसूरत एहसास होता है। इस दौरान आपके चेहरे पर मुस्कान रहती है और आपका चेहरा दमकता है। और, जब आपको समझ आता है कि आपका पेट बढ़ रहा है और आप गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में प्रवेश कर रही हैं, आप एक ही समय में भावनाओं से अभिभूत भी होती हैं और चिंतित भी हो सकती हैं। परन्तु, आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यह लेख आपके सभी संदेह व चिंताओं को दूर करने में आपकी मदद करेगा। तीसरी तिमाही क्या है? गर्भावस्था पूरे 9 महीने की होती है अर्थात लगभग चालीस सप्ताह की और इस अवधि को तीन तिमाहियों में विभाजित किया जाता है। तीसरी तिमाही के सप्ताहों की बात करें तो, इसमें गर्भावस्था के 28

PREGNANCY SECOND TRIMESTER

 [3/7, 00:36] Dr.J.k Pandey: जानिए गर्भावस्‍था की दूसरी तिमाही में शिशु के विकास और मां के शरीर में आने वाले बदलावों के बारे में [3/7, 00:42] Dr.J.k Pandey: BODY CHANGES (शारीरिक बदलाव) ूसरी तिमाही क्या है? प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही के लक्षण भ्रूण का विकास शारीरिक परिवर्तन वजन बढ़ना टेस्ट व स्कैन प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही में करने योग्य व्यायाम प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही का आहार प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही की कार्य सूची प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही में देखभाल प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही में ध्यान देने योग्य बातें गर्भावस्था की पहली तिमाही किसी किसी महिलाओं के लिए सुखद अनुभव लेकर नहीं आता है जिसका कारण मॉर्निंग सिकनेस या मतली हो सकता है । लेकिन जब आप अपनी दूसरी तिमाही में प्रवेश करती हैं, तो यह समस्याएं कम हो जाती हैं। दूसरी तिमाही आमतौर पर सबसे आसान होती है, और बहुत सारी महिलाएं इस अवसर का लाभ उठाकर अपने नन्हे मेहमान के आगमन की तैयारियां करने लगती हैं। दूसरी तिमाही क्या है? गर्भावस्था के नौ महीनों को तीन-तीन महीनों की तीन तिमाहियों में विभाजित किया गया है। दूसरी तिमाही गर्भावस्था के चौथे

PREGNANCY FRIST TRIMESTER

 गर्भावस्था की पहली तिमाही - first trimester pregnancy  गर्भावस्था महिला के जीवन का एक महत्वपूर्ण चरण है। बच्चे को जन्म देना हर महिला को रोमांचित कर देता है। अपनी प्रेग्नेंसी के पहले ही दिन से महिला और उसके घर के सभी सदस्य आने वाले नन्हें मेहमान की तैयारियों में जुट जाते हैं। कोई उसका नाम सोचने लगता हैं तो कोई बच्चे के पैदा होने के बाद की योजनाएं तैयार करने लगता है। इस दौरान महिला के शारीरिक हार्मोन्स के साथ ही उनके व्यवहार में भी बदलाव आना शुरू हो जाता है। इसलिए इस समय महिला को आम दिनों की अपेक्षा अधिक देखभाल की आवश्यकता होती है। खासकर महिला को गर्भावस्था की पहली तिमाही में अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान देना होता है। गर्भावस्था की पहली तिमाही में महिला के मन में कई तरह के प्रश्न होते हैं और यही वह समय होता है जब महिला के द्वारा खुद को प्रेग्नेंसी के हर चरण के लिए तैयार करना बेहद जरूरी होता है। इस दौरान महिला के मन में उठने वाले सवालों को शांत करने के लिए लेख में गर्भावस्था की पहली तिमाही के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है। साथ ही इस लेख में आपको गर्भावस्था की तिमाही क्या है, गर्भा

NORMAL DELIVERY(प्रसव )

 नॉर्मल डिलीवरी क्या होती है? योनि के जरिये प्रसव (वेजाइनल डिलीवरी) को नॉर्मल डिलीवरी भी कहा जाता है।  यह शिशु के जन्म का सबसे आम तरीका है। इसमें प्रसव अचानक ही शुरु होता है और प्रसव नलिका से होते हुए शिशु योनि के जरिये जन्म लेता है। नॉर्मल डिलीवरी के तीन चरण होते हैं, मगर क्योंकि हर महिला का प्रसव अलग होता है इसलिए डिलीवरी में लगने वाले समय में अंतर हो सकता है। यह कोई नहीं बता सकता कि आपका प्रसव कब शुरु होगा, यह कितना लंबा चलेगा या फिर आपको किसी तरह के चिकित्सकीय हस्तक्षेप की जरुरत पड़ेगी या नहीं। साथ ही, हर महिला का प्रसव का अनुभव अलग होता है और वे अपने तरीके से प्रसव पीड़ा का सामना करती हैं। कुछ महिलाओं का कहना है कि यह उनके जीवन की सबसे मुश्किल घड़ी थी। वहीं कुछ अन्य मानती हैं कि यह उतना कठिन भी नहीं था। चाहे आपका प्रसव का अनुभव दूसरों से अलग रहेगा, मगर इसके लिए खुद को तैयार करने के लिए आप काफी कुछ कर सकती हैं। शिशु के जन्म के दौरान आपके शरीर और गर्भस्थ शिशु के साथ क्या होता है, इसकी जानकारी होना पहला जरुरी कदम है। प्रसव और शिशु के जन्म के विभिन्न चरण क्या हैं? प्रसव और शिशु के जन्

PREGNANCY,(गर्भावस्था)

 प्रेगनेंसी क्या होती है? What is Pregnancy ? प्रेगनेंसी महिला के शरीर के भीतर विकासशील भ्रूण बनने की एक प्रक्रिया होती है। इस स्थिति को ओवर-द-काउंटर मूत्र परीक्षण द्वारा पहचाना जा सकता, यदि आपके परीक्षा का परिणाम सकारात्मक आता है इसका मतलब होता हिअ की आप प्रेग्ननेंट हैं। इसके अलावा ब्लड टेस्ट, अल्ट्रासाउंड, भ्रूण के दिल की धड़कन का पता लगाकर या एक्स-रे के माध्यम से भी प्रेगनेंसी की पुष्टि की जा सकती है। प्रेगनेंसी लगभग नौ महीने तक चलती है, और महिला की अंतिम मासिक धर्म (एलएमपी) की तारीख से इसे मापा जाता है। पारंपरिक रूप से प्रेगनेंसी को तीन trimesters (ट्राइमिस्टर) में विभाजित किया गया है, और यह प्रत्येक लगभग तीन महीने लंबा होता है। प्रेगनेंसी कैसे होती है? How Do People Get Pregnant in Hindi गर्भावस्था (Pregnancy in Hindi) वास्तव में एक जटिल प्रक्रिया होती है जिसमें कई चरण होते हैं। इसकी शुरुआत शुक्राणु कोशिकाओं और एक अंडे से होती है। दरअसल शुक्राणु या स्पर्म सूक्ष्म कोशिकाएं होती हैं जो पुरुष के अंडकोष में बनती हैं। वीर्य (सीमेन) बनाने के लिए स्पर्म अन्य तरल पदार्थों के साथ मिलते हैं

CHOLELITHIASIS,GALLSTONE

 पित्त (पित्ताशय) में पथरी क्या है? पित्त (पित्ताशय) एक नाशपाती के जैसा दिखने वाला शरीर का आंतरिक अंग है, जो लीवर के ठीक नीचे होता है और लिवर से स्रावित होने वाले द्रव (पित्तरस) को संग्रहीत करता है। पित्ताशय शरीर की पित्त प्रणाली (Biliary system) का एक हिस्सा होता है। पित्त प्रणाली में पित्त नलिकाएं, अग्न्याशय और लीवर आदि भी शामिल होते हैं। पित्तरस (Bile) का निर्माण करना और उसको पूरे शरीर में संचारित करने का काम पित्त प्रणाली का होता है। पित्ताशय की पथरी (Gallstones) क्रिस्टल जैसा पदार्थ होता है, जो पित्ताशय में बनने लगता है। पित्ताशय की पथरी पित्ताशय में बिना किसी प्रकार के दर्द व अन्य लक्षण पैदा किए रह सकती है या यह पित्ताशय की दीवारों को उत्तेजित कर सकती है व पित्त नलिकाओं को बंद कर सकती है। इसके कारण संक्रमण, सूजन व जलन और ऊपरी पेट में दर्द हो सकता है। यह भी संभव है कि संक्रमण पित्ताशय या अग्नाशय से लीवर में फैल सकता है। इसके उपचार के तहत सर्जरी करवाने की जरुरत भी पड़ सकती है। पित्त (पित्ताशय) की पथरी के प्रकार - Types of Gallbladder Stones in Hindi पित्त (पित्ताशय) की पथरी के लक्षण

GALLBLADDERपित्ताशय की थैली क्या है?

 [3/5, 08:31] Dr.J.k Pandey: Gallbladder in Hindi: पित्ताशय हमारे शरीर का एक छोटा सा अंग होता है जिसे इंग्लिश में गॉलब्लैडर (Gallbladder) कहा जाता है। यह लिवर (Liver) के ठीक पीछे होता है। मानव शरीर में पित्तरस भंडारण का काम Gallbladder ही करती है, इसलिए इसे पित्ताशय की थैली भी कहा जाता है। इसके अलावा यह फूड को डाइजेस्ट करने के लिए छोटी आंत (Small Intestine) को प्रभावित करती है। [3/5, 08:32] Dr.J.k Pandey: हालांकि Gallbladder मानव शरीर के लिए बाकी अंग जितना महत्वपूर्ण नहीं होता है। आपने कई बार सुना होगा कि Gallbladder में पथरी (Gallbladder Stone) होने की वजह से पित्ताशय को मानव शरीर से निकाल दिया जाता है। इसका कारण यह है कि पित्त (Bile) अन्य तरीकों से भी छोटी आंत तक पहुंच सकता है। इसका मतलब Gallbladder के बिना भी इंसान जीवित रह सकता [3/5, 08:34] Dr.J.k Pandey: What is gallbladder in Hindi | पित्ताशय की थैली क्या है? Gallbladder लगभग चार इंच का नाशपाती के आकार का एक अंग है। यह यकृत (liver) के नीचे और पेट के ऊपरी-दाएं भाग में स्थित होता है। यह मानव पित्त प्रणाली (human biliary system) का