पल्स रेट (नब्ज) क्या है, देखने का तरीका
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नब्ज देखना या चेक करना फर्स्ट ऐड का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो सबको आना चाहिए। नब्ज से आप बीमारी और अन्य समस्याओं का पता लगा सकते हैं। नब्ज या पल्स देखने के कुछ अलग-अलग तरीके होते हैं।
नब्ज को अंग्रेजी में पल्स कहा जाता है और यह स्वास्थ का पता लगाने का एक बहुत ही महत्वपूर्ण निर्देशक है। पल्स रेट का मतलब है एक मिनट में कितनी बार आपका दिल धड़कता है या आपका ह्रदय दर क्या है।
इस लेख में नब्ज यानि पल्स रेट क्या होता है, नब्ज कैसे देखते हैं और इसके कम या ज़्यादा होने पर किए जाने वाले उपचार के साथ-साथ नॉर्मल पल्स रेट के बारे में बताया गया है।
पल्स रेट (नब्ज, हृदय दर) क्या है - Pulse rate kya hai
पल्स रेट चार्ट उम्र के अनुसार - Umar ke hisab se normal pulse (heart) rate kitna hona chahiye
पल्स रेट (नब्ज) देखने का तरीका - Pulse rate kaise dekhe
नब्ज (हृदय दर) बहुत तेज हो तो क्या करें - Nabj (pulse) tej chalne par kya kare
नब्ज (ह्रदय दर) बहुत कम हो तो क्या करना चाहिए - Nabj (pulse) dhire chalne par kya kare
पल्स रेट क्या है, देखने का तरीका, नॉर्मल रेंज के डॉक्टर
पल्स रेट (नब्ज, हृदय दर) क्या है - Pulse rate kya hai
दिल के धड़कने से नब्ज में प्रेशर बनता है, जिससे वह फड़कती है। इसे महसूस करके या गिनने से एक मिनट में दिल के धड़कने की दर का पता लगाया जा सकता है।
पल्स रेट को हृदय दर भी कहा जाता है,जिसका मतलब है एक मिनट में कितनी बार दिल धड़कता है। यह दर हर व्यक्ति में भिन्न होती है। आराम करते समय पल्स रेट कम होता है और एक्सरसाइज करने पर यह बढ़ जाता है क्योंकि एक्सरसाइज करते समय आपके शरीर को ऑक्सीजन वाले खून की आवश्यकता अधिक होती है।
पल्स देखना आने से आप अपने एक्सरसाइज करने के तरीके और सही एक्सरसाइज चुन या बदल सकते हैं।
शरीर में नब्ज देखने की सबसे सही जगह होती हैं -
कलाई
कोहनी के अंदर की तरफ
गले की साइड में
पंजे के ऊपरी तरफ
दिल के धड़कने की दर शारीरिक काम करने, जान को खतरा होने और भावनात्मक प्रतिक्रिया होने पर तेज़ हो जाती है।
पल्स रेट नॉर्मल होने का मतलब यह नहीं है कि व्यक्ति को कोई स्वास्थ सम्बन्धी समस्या नहीं है, यह केवल व्यक्ति के स्वास्थ का एक निर्देशक होती है।
पल्स रेट चार्ट उम्र के अनुसार - Umar ke hisab se normal pulse (heart) rate kitna hona chahiye
उम्र के मुताबिक सामान्य प्लस रेट नीचे दिए गए चार्ट में बताया गया है -
उम्र सामान्य पल्स रेट
1 महीने तक 70 से 190
1 से 11 महीने तक 80 से 160
1 से 2 साल 80 से 130
3 से 4 साल 80 से 120
5 से 6 साल 75 से 115
7 से 9 साल 70 से 110
10 साल से अधिक 60 से 100
एक नार्मल स्वास्थ्य व्यक्ति के हृदय का दर आमतौर पर ऊपर दी गई रेंज के रहता है। हालांकि एक्सरसाइज, शरीर के तापमान और अन्य कार्य से पल्स रेट घट-बढ़ सकता है।
पल्स रेट (नब्ज) देखने का तरीका - Pulse rate kaise dekhe
नब्ज देखने का तरीका निम्नलिखित है -
अपने एक हाथ की पहली, दूसरी व तीसरी उंगलियों (तर्जनी, मध्यमा और अनामिका) को दूसरे हाथ की कलाई के अंदर वाले भाग (अंगूठे के निचले हिस्से) पर रखें। आप इन उँगलियों को अपने गले की एक तरफ भी रख सकते हैं।
अपनी उंगलियों को धीरे से दबाएं और अपनी नब्ज महसूस करें। नब्ज को महसूस करने के लिए आपको अपनी उंगलियों को ऊपर-नीचे या आगे-पीछे भी करने पड़ सकता है।
मिनट की सुई वाली एक घडी को देखें।
10 सेकंड तक अपनी नब्ज को गिनें और फिर उस संख्या को 6 से गुणा कर दें। इससे आपको पता चल जाएगा कि एक मिनट में आपकी नब्ज कितनी बार फड़क रही है।
नब्ज (हृदय दर) बहुत तेज हो तो क्या करें - Nabj (pulse) tej chalne par kya kare
अगर आपकी नब्ज तेज चल रही है, तो आप निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें -
तनाव न लें और शांत रहने की कोशिश करें। चिंता, तनाव, डर और पैनिक से पल्स रेट तेज हो सकता है।
अगर कैफीन के कारण नब्ज तेज चल रही है, तो कॉफी, चाय, चॉकलेट और कैफीन युक्त चीज़ें न पिएं।
निकोटीन से पल्स रेट तेज हो सकता है, इसीलिए सिगरेट न पिएं और अन्य तम्बाकू वाले पदार्थों का सेवन न करें
शराब न पिएं।
ड्रग्स न लें।
सामान्य रूप से दी जाने वाली सर्दी जुकाम की दवा न लें, इनसे पल्स रेट और बढ़ सकता है।
नब्ज (ह्रदय दर) बहुत कम हो तो क्या करना चाहिए - Nabj (pulse) dhire chalne par kya kare
अगर आपकी नब्ज सामान्य से कम दर पर चल रही है, तो यह किसी समस्या का संकेत हो सकता है। इसके साथ बेहोश होना, चक्कर आना, कमजोरी और थकान जैसे लक्षण भी हो सकते हैं।
कुछ मामलों में, पल्स रेट कम होना बेहद स्वस्थ हृदय का संकेत भी हो सकता है। जैसे एथलीट या खेलने वाले लोगों की नब्ज धीरे चलती है क्योंकि उनका दिल मजबूत व स्वस्थ होता है और उसे खून पम्प करने के लिए अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ती।
हालांकि, नब्ज कम होना एक गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकता है। इन समस्याओं का पता लगाकर पल्स रेट कम होने का इलाज किया जाता है।
नोट: प्राथमिक चिकित्सा या फर्स्ट ऐड देने से पहले आपको इसकी ट्रेनिंग लेनी चाहिए। अगर आपको या आपके आस-पास किसी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्वास्थ्य समस्या है, तो डॉक्टर या अस्पताल से तुरंत संपर्क करें। यह लेख केवल जानकारी के लिए है।
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