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Homoeopathic Treatmentब्रेस्ट बढ़ाने की हौम्यौपैथिक दवा

 Homeopathic Treatmentब्रेस्ट बढ़ाने की हौम्यौपैथिक दवा


HOMEOPATHIC TREATMENT

ब्रेस्ट बढ़ाने की हौम्यौपैथिक दवा

  

homeopathic medicine for breast

ब्रेस्ट बढ़ाने की हौम्यौपैथिक दवा ( homeopathic medicine for breast enlargement in hindi ) :-

बडे, आकर्षक, टाइट औप सुडौल स्तन किसी भी महिला की सुदंरता का अहम हिस्सा होते है । इनसे ना केवल आपकी फिगर अच्छी लगती है बल्कि आपको Overall एक सेक्सी और Attractive लूक भी मिलता है जिससे Personality में चार चाँद लगने के साथ आपका आत्मविश्वास भी कई गुना बढ़ जाता है ।



 

मगर नेचर की तरफ से हर महिला को बडे ब्रेस्टों का अशीर्वाद नही मिलता, आज कल बडे पैमाने पर ऐसी लड़कियों को देखा जा सकता है जो छोटे स्तनों के कारण परेशान घूमती हैं ।



 

छोटे स्तन होने के कारण वो खुद में आत्मविश्वास की कमी तो महसूस करती ही हैं साथ ही उन्हे पुरूषों की तरफ से भी कम Attention मिलती है ।


इसलिए कहा जा सकता है की चेहरे का खूबसूरत होने के साथ अगर आपके ब्रेस्ट का आकार भी अच्छा हो तो इससे आपके पुरे व्यक्तित्व में एक नई जान आती है ।

इसी को देखते हुए हम इस Artical में ब्रेस्ट बढ़ाने की होम्योपैथिक दवा ( homeopathic medicine for breast enlargement in hindi ) बता रहे हैं ।


यदि आप यहाँ बताए गए उपायों एंव दवाओं का सही तरीके से पालन करेगे तो आपको जल्द ही अपने स्तनों के आकार में बदलवा देखने को मिल जाएगा ।



 

मगर सबसे पहले जान लेते हैं की कुछ महिलाएं के ब्रेस्ट छोटे क्यो होते हैं इसके बाद हम समाधान की ओर बढ़ेगे ।



 

महिलाएं में छोटे स्तन होने के कारण ( Causes of small breasts in women in hindi )

1. हार्मोनल कारक ( hormonal imbalance ) :-

महिलाओं में छोटे स्तन होने का ये सबसे बडा कारण है दरअसल महिलाओं के शरीर में पाया जाने वाला एस्ट्रोजन हार्मोन स्तन बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होता है मगर जब किसी कारण शरीर में हार्मोनल असंतुलन ( hormonal imbalance ) हो जाता है तो उसका नकारात्म प्रभाव एस्ट्रोजन पर भी पडता है ।


जिसके चलते एस्ट्रोजन का लेवल कम हो जाता है जबकि टेस्टेस्टोरोन का स्तर बढ़ने लगता है और अंत में महिलाओं के स्तन का विकास रूक जाता है और वह छोटे हो जाते हैं



 

2. पोषक तत्वों की कमी ( nutritional deficiencies ) :-


 

शरीर को पूर्ण रूप से और सही तरह से विकसित होने के लिए विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों की अवाश्यकता होती है ।


चाहे आप महिला हो या पुरूष अगर आपको डाइट से न्यूट्रीशन नही मिले हैं तो आपका Body development रूक सकता है ।


इसलिए अपनी डाइट में सभी तरह के महत्वपूर्ण पोष्टिक तत्वों को शामिल करें इसके लिए आप अलग – अलग रंगों के फल और सब्जियों का सेवन कर सकते हैं ।


3. अत्यधिक तनाव ( excessive stress ) :-

ज्यादा चिंता या तनाव के चलते शरीर में हार्मोनल असंतुलन होने लगता है और व्यक्ति खाने पर भी ध्यान नही दे पाता जिसके चलते सीधे तौर पर शारीरिक विकास पर नकारात्मक असर पडता है ।


4. वजन कम होना ( Weight loss ) :-

आपके स्तन Overall शरीर पर निर्भर करते हैं आपने भी कई बार देखा होगा की जो लड़कियां मोटी होती हैं उनके स्तन प्राकृतिक रूप से मोटे और बडे होते हैं इसलिए जो महिलाएं ज्यादा दुबली पतली होती है उनकी चैस्ट छोटी होती है । खैर ऐसा नही है की जो महिलाएं दुबली होती है उनकी ब्रेस्ट छोटी ही हो मगर ज्यादातर मामलो में ऐसा ही होता है ।


5. अनुवंशिक कारण ( genetic reasons ) :-

कुछ चीजें अनुवंशिक रूप से भी आपके शरीर को प्रभावित कर सकती हैं जैसे – हाइट, प्राइवेट पार्ट का आकार और आपके स्तनों का आकार भी ।


इसलिए जिन महिलाओं की माताओं के आकार छोटे होते हैं अक्सर उनके भी स्तन छोटे ही होते हैं ।


6. थायराइड की समस्या ( thyroid problem ) :-

थायराइड होने के कारण शरीर में कई हार्मोनल बदलाव हो सकते हैं जिससे स्तन के विकास में बाधा उत्पन्न हो सकती है ।


आइये अब ब्रेस्ट बढ़ाने की हौम्यौपैथिक दवा के बारे में जानते हैं –



ब्रेस्ट बढ़ाने की हौम्यौपैथिक दवा ( homeopathic medicine for breast enlargement in hindi )

ब्रेस्ट बढ़ाने के लिए हमने कई आयुर्वेदिक दवाओं के बारे में रीसर्च की मगर हमें केवल 3 दवाएं ही ऐसी मिली हो स्तनों को बढ़ा करती हैं और उनको Attractive लूक भी देती हैं । तो चलिये अब शुरू करते हैं ।



 

ब्रेस्ट साइज बढ़ाने की होम्योपैथिक दवा है Breast atrophy drop

ये ब्रेस्ट का साइज बढ़ाने की बेस्ट होम्योपैथिक मेडिसिन है जिसमें कई असरदार होम्योपैथिक दवाओं का मिश्रण होता है । इन दवाओं के मिश्रण से शरीर में एस्ट्रोजन का लेवल बढ़ता है जो नेचुरली चेस्ट का आकार बढ़ाने में मदद करता है ।


सबसे अच्छी बात है की ये 100% होम्योपैथिक दवा है इसलिए इसको इस्तेमाल करने का कोई Side effect भी नही है बल्कि इससे आपकी Overall health में सुधार आता है ।


यह दवा एक ड्रोप है जिसके नियमित इस्तेमाल से आपकी आतंरिक कमजोरी दूर होती है और साथ ही शारीरिक विकास भी उत्तेजित होता है ।


ब्रेस्ट बढ़ाने के अलावा इस दवा के ये फायदे भी हैं :-


1. शारीरिक कमजोरी को दूर करती है


2. पाचन को बेहतर करती है


3. महिलआों की कई दूसरी समस्याएं भी दूर होती हैं


कैसे इस्तेमाल करें :- होम्योपैथिक दवाएं तब तक अपना पुरा असर नही दिखाती जब तक की आप उन्हे सभी मात्रा और तरीके से नही लेते इसलिए इस दवा को भी उम्र के हिसाब से कम या ज्यादा लिया जा सकता है ।


अगर आपकी उम्र छोटी है यानी आपकी उम्र 15 – 16 साल के बीच है तो आपको इस दवा की 15 बूंदों को आधा कप पानी में डाल कर दिन में दो बार सुबह और शाम लेना है ।


अगर आप 20 से अधिक उम्र की हैं तो आप इस दवा की 15 बूंदों को आधे कप पानी के साथ दिन में तीन बार ले सकती हैं ।


ओनोसमोडियम है स्तन बढ़ाने की होम्योपैथिक दवा

यदि आपकी आँखों की रोशनी कम है और आपको सिर के अगले भाग में दर्द भी अनुभव होता है और इसके साथ ही आपकी छाती छोटी भी है तो ओनोसमोडियम नाम की होम्योपैथिक दवा आपके लिए वर्दान साबित होगी ।


ये एक हाई पोटेंसी की दवा है इस दवा को देने के बाद सबाल सेयलेटा 30 ( Sabal Ser Q) को दिन में 2 बार ले सकते हैं मगर याद रहे इस दवा को High पोटेंसी में ही देना है ।


चेस्ट बढ़ाने की होम्योपैथिक दवा है Women’s Cute 36 Oil

सभी महिलाओं के स्तनों का आकार एंव प्रकार एक एक जैसा नहीं होता बल्कि ये प्रकृति द्वारा डिजाइन किये जाते है ।


जहाँ तक छोटे और ढ़ीले स्तनों की बात है तो इसे एक कॉस्मेटिक समस्या माना जाता है ।


बहरहाल , छोटे स्तन, ढीले स्तन और शरीर के अंगों में अवांछित परत महिलाओं की सबसे बडी चिंताओं में से एक है ।


महिलाओं के स्तन कई आकार और प्रकार के होते हैं आमतौर पर माना जाता है की ब्रैस्ट 9 प्रकार के होते हैं । यही कारण है की अधोवस्त्र कंपनियां सही कप चुनने की सलाह दैती हैं ।


इसलिए आपको अपने शेप के बारे में भी पता होना चाहिये ना की सिर्फ साइज के बारे में । ब्रेस्ट के प्रकार बताने के बाद हम आपको Women’s Cute 36 Oil के बारे में बताएगे


ब्रेस्ट के प्रकार / स्तन के प्रकार

1. एथलेटिक प्रकार – वह स्तन जिनमें कम ऊतक होतो हैं साथ ही व्यापक और अधिक मसल्स भी होती हैं उन्हे एथलेटिक टाइप के ब्रेस्ट कहा जाता है ।


2. रीलेक्स प्रकार – इस प्रकार के स्तनों में निप्पल होते हैं जिनमें ढ़ीले ऊतक होते हैं जोकि नीचे की ओर छूके होते हैं ।


3. गोल प्रकार – यह स्तन सममित रूप से आकार में गोल होते हैं और ऊपर और नीचे समान रूप से भरे होते हैं ।


4. पूर्व पश्चिम प्रकार – छोटे स्तन जो छाती के बाहर की ओर होते हैं, इनके निप्पल बाहर की ओर छूके होते हैं और दरार के बीच एक अंतर होता है ।


5. साइड बेट – ये साइड सेट ब्रेस्ट हैं जो ईस्ट वेस्ट की तुलना में फुलर होते हैं लेकिन फिर भी बाहर की ओर गिरे होते हैं और इनमें ब्रेस्ट के बीच एक विस्तृत जगह भी होती है ।


6. पतला प्रकार – स्तन जो नीचे की तुलना में शीर्ष पर छोटे होते हैं और चौड़े से अधिक लंबे होते हैं, उन्हें पतला माना जाता है, खासकर यदि वे साइड की तरफ से छोटे हों ।


7. बेल शेप टाइप – अगर आपके ब्रेस्ट ऊपर से स्लिमर और नीचे फुलर हैं, तो आपका बेल शेप हैं। इन महिलाओं का बस्ट फुलर होता है ।


8. एसिमेट्रिक टाइप – इस प्रकार के ब्रेस्ट में एक स्तन छोटा और दूसरा बडा होता है । इन्हें ‘लोप्सेड बूब्स’ भी माना जाता है, लेकिन लगभग सभी महिलाओं के एक ब्रेस्ट दूसरे से कुछ हद तक बड़े होते ही हैं ।


9. अश्रु प्रकार – ये स्तन गोल होते हैं लेकिन शीर्ष पर थोड़े कम भरे होते हैं, जिन्हें आसान फिटिंग प्रकार माना जाता है ( इनको ब्रा की किसी भी शैली में आसानी से समायोजित किया जा सकता है


स्तनों को बडा और सुडौल करने के लिए Women’s Cute 36 Oil का इस्तेमाल क्यो करना चाहिये ?

क्या आप नॉर्मल ‘स्तन बढ़ाने वाली ब्रा’ से थक चुकी हैं और अपने ब्रेस्ट को प्राकृतिक उपायों और औषधियों से बढ़ाना चाहती हैं? तो होम्योपैथी आपको डॉ. राज होमियो फार्मेसी द्वारा क्यूट 360 के रूप में प्राकृतिक स्तन बढाने वाला तेल प्रदान करती है ।


इस तेल ( Oil ) से आपको प्राकृतिक रूप से स्तन बढ़ाने में मदद मिलेगी ।


1. इसमें सबल सेरुलता क्यू, कोनियम 6, चिमाफिला क्यू, ओनास्मोडियम 6, और सेपिया 12 जैसी शक्तिशाली जड़ी-बूटियों की प्राकृतिक अच्छाई होती है, जो लोच में सुधार करती है और त्वचा के कालेपन को भी दूर करती है।


इस शक्तिशाली अर्क से 3 काम होते है – यह सेल्स ग्रोथ, कोशिका कायाकल्प और कोशिका नवीनीकरण का करने में मदद करती है ।


2. इन हर्बल अर्कों में जो प्राकृतिक तेलों का मिक्चर है वो स्किन को चिकनी करने के साथ फर्म, टोन और कसने में भी मदद करता है, जबकि पेक्टोरलिस प्रमुख मसल्स को कंट्रोवर्सी में सुधार करता है ।


3. यह तेल स्किन में अच्छी तरह एवसॉर्व हो जाता है और आपके ब्रेस्ट के आसपास के ऊतकों के विकास को उत्तेजित करता है। तेल में मौजूद तत्व कोशिकाओं में गहराई तक जाते हैं और उन्हें अंदर से पोषण देने के साथ नेचुरली बडा करने में भी मदद करते हैं ।


4. रेगुलर Use करने से ब्रेस्ट की कोशिकाओं ग्रोथ, कायाकल्प और नवीनीकरण होता है क्योंकि इसके नेचुरल इंग्रीडिएंट्स स्तन की त्वचा की कोशिकाओं को फिर से जीवंत करते है और उनको पोषित भी करते हैं ।


5. यह एक प्राकृतिक हर्बल उत्पाद है जो एक होम्योपैथिक विशेज्ञ के द्वारा हैल्थी ब्रेस्ट शेप और आकार को बनाए रखने में मदद करने के लिए तैयार किया गया है ।


कैसे लगाएं : Women’s Cute 36 Oil को जरूरी मात्रा में लें फिर इस तेल को नीचे से ऊपर की ओर हाथों के हल्के दबाव से स्तनों पर रोजाना 2-3 मिनट तक मालिश करें। तब तक मसाज करें जब तक कि तेल पूरी तरह से सोख न जाए। अच्छे परिणामों के लिए प्रतिदिन दो बार इस तेल को यूज करें।


Women’s Cute 36 Oil से मसाज करने के फायदे

1. अपने स्तनों की नियमित रूप से मालिश करना स्वाभाविक रूप से स्तन के आकार को बढ़ाने के लिए सबसे अच्छे घरेलू उपचारों में से एक माना जाता है।


ऐसा इसलिए है क्योंकि यह ब्लड सर्कूलेशन में सुधार करता है और रक्त प्रवाह में पाए जाने वाले फाइटोएस्ट्रोजेन के प्रवाह को स्तन में उत्तेजित करता है। ये स्तनों के विकास में सहायक हार्मोन हैं जिस कारण सीने का आकार बढ़ने लगता है


2. डेली लगभग 30 मिनट तक नियमित रूप से ब्रेस्ट की मालिश करने से सिर्फ एक महीने में ही स्तन का आकार एक कप बढ़ सकता है! लेकिन कैसे? इसका जबाव है की यह प्रोलैक्टिन उत्पादन को बढ़ाने प्रोत्साहन करता है ।


प्रोलैक्टिन एक स्तन बढ़ाने वाला हार्मोन जो स्तन के आकार को बढ़ाने में मदद करता है ।


आपके क्या जाना ?


तो दोस्तों इस आर्टिकल के माध्ययम से ना केवल हमने आपको ब्रेस्ट बढ़ाने की हौम्यौपैथिक दवा ( homeopathic medicine for breast enlargement in hindi ) के बारे में बताया साथ ही स्तनों के प्रकार और उनसे सम्बन्धिक कई दूसरी महत्वपूर्ण जानकारी को भी साझा किया ।


I hope की आपको ये आर्टिकल जरूर पसंद आया होगा ।


ब्रेस्ट बढ़ाने की हौम्यौपैथिक दवा ( homeopathic medicine for breast enlargement in hindi ) :-

बडे, आकर्षक, टाइट औप सुडौल स्तन किसी भी महिला की सुदंरता का अहम हिस्सा होते है । इनसे ना केवल आपकी फिगर अच्छी लगती है बल्कि आपको Overall एक सेक्सी और Attractive लूक भी मिलता है जिससे Personality में चार चाँद लगने के साथ आपका आत्मविश्वास भी कई गुना बढ़ जाता है ।


मगर नेचर की तरफ से हर महिला को बडे ब्रेस्टों का अशीर्वाद नही मिलता, आज कल बडे पैमाने पर ऐसी लड़कियों को देखा जा सकता है जो छोटे स्तनों के कारण परेशान घूमती हैं ।


छोटे स्तन होने के कारण वो खुद में आत्मविश्वास की कमी तो महसूस करती ही हैं साथ ही उन्हे पुरूषों की तरफ से भी कम Attention मिलती है ।


इसलिए कहा जा सकता है की चेहरे का खूबसूरत होने के साथ अगर आपके ब्रेस्ट का आकार भी अच्छा हो तो इससे आपके पुरे व्यक्तित्व में एक नई जान आती है ।

इसी को देखते हुए हम इस Artical में ब्रेस्ट बढ़ाने की होम्योपैथिक दवा ( homeopathic medicine for breast enlargement in hindi ) बता रहे हैं ।


यदि आप यहाँ बताए गए उपायों एंव दवाओं का सही तरीके से पालन करेगे तो आपको जल्द ही अपने स्तनों के आकार में बदलवा देखने को मिल जाएगा ।


मगर सबसे पहले जान लेते हैं की कुछ महिलाएं के ब्रेस्ट छोटे क्यो होते हैं इसके बाद हम समाधान की ओर बढ़ेगे ।


महिलाएं में छोटे स्तन होने के कारण ( Causes of small breasts in women in hindi )

1. हार्मोनल कारक ( hormonal imbalance ) :-

महिलाओं में छोटे स्तन होने का ये सबसे बडा कारण है दरअसल महिलाओं के शरीर में पाया जाने वाला एस्ट्रोजन हार्मोन स्तन बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होता है मगर जब किसी कारण शरीर में हार्मोनल असंतुलन ( hormonal imbalance ) हो जाता है तो उसका नकारात्म प्रभाव एस्ट्रोजन पर भी पडता है ।


जिसके चलते एस्ट्रोजन का लेवल कम हो जाता है जबकि टेस्टेस्टोरोन का स्तर बढ़ने लगता है और अंत में महिलाओं के स्तन का विकास रूक जाता है और वह छोटे हो जाते हैं


2. पोषक तत्वों की कमी ( nutritional deficiencies ) :-

शरीर को पूर्ण रूप से और सही तरह से विकसित होने के लिए विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों की अवाश्यकता होती है ।


चाहे आप महिला हो या पुरूष अगर आपको डाइट से न्यूट्रीशन नही मिले हैं तो आपका Body development रूक सकता है ।


इसलिए अपनी डाइट में सभी तरह के महत्वपूर्ण पोष्टिक तत्वों को शामिल करें इसके लिए आप अलग – अलग रंगों के फल और सब्जियों का सेवन कर सकते हैं ।


3. अत्यधिक तनाव ( excessive stress ) :-

ज्यादा चिंता या तनाव के चलते शरीर में हार्मोनल असंतुलन होने लगता है और व्यक्ति खाने पर भी ध्यान नही दे पाता जिसके चलते सीधे तौर पर शारीरिक विकास पर नकारात्मक असर पडता है ।


4. वजन कम होना ( Weight loss ) :-

आपके स्तन Overall शरीर पर निर्भर करते हैं आपने भी कई बार देखा होगा की जो लड़कियां मोटी होती हैं उनके स्तन प्राकृतिक रूप से मोटे और बडे होते हैं इसलिए जो महिलाएं ज्यादा दुबली पतली होती है उनकी चैस्ट छोटी होती है । खैर ऐसा नही है की जो महिलाएं दुबली होती है उनकी ब्रेस्ट छोटी ही हो मगर ज्यादातर मामलो में ऐसा ही होता है ।


5. अनुवंशिक कारण ( genetic reasons ) :-

कुछ चीजें अनुवंशिक रूप से भी आपके शरीर को प्रभावित कर सकती हैं जैसे – हाइट, प्राइवेट पार्ट का आकार और आपके स्तनों का आकार भी ।


इसलिए जिन महिलाओं की माताओं के आकार छोटे होते हैं अक्सर उनके भी स्तन छोटे ही होते हैं ।


6. थायराइड की समस्या ( thyroid problem ) :-

थायराइड होने के कारण शरीर में कई हार्मोनल बदलाव हो सकते हैं जिससे स्तन के विकास में बाधा उत्पन्न हो सकती है ।


आइये अब ब्रेस्ट बढ़ाने की हौम्यौपैथिक दवा के बारे में जानते हैं –


ब्रेस्ट बढ़ाने की हौम्यौपैथिक दवा ( homeopathic medicine for breast enlargement in hindi )

ब्रेस्ट बढ़ाने के लिए हमने कई आयुर्वेदिक दवाओं के बारे में रीसर्च की मगर हमें केवल 3 दवाएं ही ऐसी मिली हो स्तनों को बढ़ा करती हैं और उनको Attractive लूक भी देती हैं । तो चलिये अब शुरू करते हैं ।


ब्रेस्ट साइज बढ़ाने की होम्योपैथिक दवा है Breast atrophy drop

ये ब्रेस्ट का साइज बढ़ाने की बेस्ट होम्योपैथिक मेडिसिन है जिसमें कई असरदार होम्योपैथिक दवाओं का मिश्रण होता है । इन दवाओं के मिश्रण से शरीर में एस्ट्रोजन का लेवल बढ़ता है जो नेचुरली चेस्ट का आकार बढ़ाने में मदद करता है ।


सबसे अच्छी बात है की ये 100% होम्योपैथिक दवा है इसलिए इसको इस्तेमाल करने का कोई Side effect भी नही है बल्कि इससे आपकी Overall health में सुधार आता है ।


यह दवा एक ड्रोप है जिसके नियमित इस्तेमाल से आपकी आतंरिक कमजोरी दूर होती है और साथ ही शारीरिक विकास भी उत्तेजित होता है ।


ब्रेस्ट बढ़ाने के अलावा इस दवा के ये फायदे भी हैं :-


1. शारीरिक कमजोरी को दूर करती है


2. पाचन को बेहतर करती है


3. महिलआों की कई दूसरी समस्याएं भी दूर होती हैं


कैसे इस्तेमाल करें :- होम्योपैथिक दवाएं तब तक अपना पुरा असर नही दिखाती जब तक की आप उन्हे सभी मात्रा और तरीके से नही लेते इसलिए इस दवा को भी उम्र के हिसाब से कम या ज्यादा लिया जा सकता है ।


अगर आपकी उम्र छोटी है यानी आपकी उम्र 15 – 16 साल के बीच है तो आपको इस दवा की 15 बूंदों को आधा कप पानी में डाल कर दिन में दो बार सुबह और शाम लेना है ।


अगर आप 20 से अधिक उम्र की हैं तो आप इस दवा की 15 बूंदों को आधे कप पानी के साथ दिन में तीन बार ले सकती हैं ।


ओनोसमोडियम है स्तन बढ़ाने की होम्योपैथिक दवा

यदि आपकी आँखों की रोशनी कम है और आपको सिर के अगले भाग में दर्द भी अनुभव होता है और इसके साथ ही आपकी छाती छोटी भी है तो ओनोसमोडियम नाम की होम्योपैथिक दवा आपके लिए वर्दान साबित होगी ।


ये एक हाई पोटेंसी की दवा है इस दवा को देने के बाद सबाल सेयलेटा 30 ( Sabal Ser Q) को दिन में 2 बार ले सकते हैं मगर याद रहे इस दवा को High पोटेंसी में ही देना है ।


BREAST बढ़ाने की होम्योपैथिक दवा है Women’s Cute 36 Oil

सभी महिलाओं के स्तनों का आकार एंव प्रकार एक एक जैसा नहीं होता बल्कि ये प्रकृति द्वारा डिजाइन किये जाते है ।


जहाँ तक छोटे और ढ़ीले स्तनों की बात है तो इसे एक कॉस्मेटिक समस्या माना जाता है ।


बहरहाल , छोटे स्तन, ढीले स्तन और शरीर के अंगों में अवांछित परत महिलाओं की सबसे बडी चिंताओं में से एक है ।


महिलाओं के स्तन कई आकार और प्रकार के होते हैं आमतौर पर माना जाता है की ब्रैस्ट 9 प्रकार के होते हैं । यही कारण है की अधोवस्त्र कंपनियां सही कप चुनने की सलाह दैती हैं ।


इसलिए आपको अपने शेप के बारे में भी पता होना चाहिये ना की सिर्फ साइज के बारे में । ब्रेस्ट के प्रकार बताने के बाद हम आपको Women’s Cute 36 Oil के बारे में बताएगे


ब्रेस्ट के प्रकार / स्तन के प्रकार

1. एथलेटिक प्रकार – वह स्तन जिनमें कम ऊतक होतो हैं साथ ही व्यापक और अधिक मसल्स भी होती हैं उन्हे एथलेटिक टाइप के ब्रेस्ट कहा जाता है ।


2. रीलेक्स प्रकार – इस प्रकार के स्तनों में निप्पल होते हैं जिनमें ढ़ीले ऊतक होते हैं जोकि नीचे की ओर छूके होते हैं ।


3. गोल प्रकार – यह स्तन सममित रूप से आकार में गोल होते हैं और ऊपर और नीचे समान रूप से भरे होते हैं ।


4. पूर्व पश्चिम प्रकार – छोटे स्तन जो छाती के बाहर की ओर होते हैं, इनके निप्पल बाहर की ओर छूके होते हैं और दरार के बीच एक अंतर होता है ।


5. साइड बेट – ये साइड सेट ब्रेस्ट हैं जो ईस्ट वेस्ट की तुलना में फुलर होते हैं लेकिन फिर भी बाहर की ओर गिरे होते हैं और इनमें ब्रेस्ट के बीच एक विस्तृत जगह भी होती है ।


6. पतला प्रकार – स्तन जो नीचे की तुलना में शीर्ष पर छोटे होते हैं और चौड़े से अधिक लंबे होते हैं, उन्हें पतला माना जाता है, खासकर यदि वे साइड की तरफ से छोटे हों ।


7. बेल शेप टाइप – अगर आपके ब्रेस्ट ऊपर से स्लिमर और नीचे फुलर हैं, तो आपका बेल शेप हैं। इन महिलाओं का बस्ट फुलर होता है ।


8. एसिमेट्रिक टाइप – इस प्रकार के ब्रेस्ट में एक स्तन छोटा और दूसरा बडा होता है । इन्हें ‘लोप्सेड बूब्स’ भी माना जाता है, लेकिन लगभग सभी महिलाओं के एक ब्रेस्ट दूसरे से कुछ हद तक बड़े होते ही हैं ।


9. अश्रु प्रकार – ये स्तन गोल होते हैं लेकिन शीर्ष पर थोड़े कम भरे होते हैं, जिन्हें आसान फिटिंग प्रकार माना जाता है ( इनको ब्रा की किसी भी शैली में आसानी से समायोजित किया जा सकता है


स्तनों को बडा और सुडौल करने के लिए Women’s Cute 36 Oil का इस्तेमाल क्यो करना चाहिये ?

क्या आप नॉर्मल ‘स्तन बढ़ाने वाली ब्रा’ से थक चुकी हैं और अपने ब्रेस्ट को प्राकृतिक उपायों और औषधियों से बढ़ाना चाहती हैं? क्यूट 360 के रूप में प्राकृतिक स्तन बढाने वाला तेल 


इस तेल ( Oil ) से आपको प्राकृतिक रूप से स्तन बढ़ाने में मदद मिलेगी ।


1. इसमें सबल सेरुलता क्यू, कोनियम 6, चिमाफिला क्यू, ओनास्मोडियम 6, और सेपिया 12 जैसी शक्तिशाली जड़ी-बूटियों की प्राकृतिक अच्छाई होती है, जो लोच में सुधार करती है और त्वचा के कालेपन को भी दूर करती है।


इस शक्तिशाली अर्क से 3 काम होते है – यह सेल्स ग्रोथ, कोशिका कायाकल्प और कोशिका नवीनीकरण का करने में मदद करती है ।


2. इन हर्बल अर्कों में जो प्राकृतिक तेलों का मिक्चर है वो स्किन को चिकनी करने के साथ फर्म, टोन और कसने में भी मदद करता है, जबकि पेक्टोरलिस प्रमुख मसल्स को कंट्रोवर्सी में सुधार करता है ।


3. यह तेल स्किन में अच्छी तरह एवसॉर्व हो जाता है और आपके ब्रेस्ट के आसपास के ऊतकों के विकास को उत्तेजित करता है। तेल में मौजूद तत्व कोशिकाओं में गहराई तक जाते हैं और उन्हें अंदर से पोषण देने के साथ नेचुरली बडा करने में भी मदद करते हैं ।


4. रेगुलर Use करने से ब्रेस्ट की कोशिकाओं ग्रोथ, कायाकल्प और नवीनीकरण होता है क्योंकि इसके नेचुरल इंग्रीडिएंट्स स्तन की त्वचा की कोशिकाओं को फिर से जीवंत करते है और उनको पोषित भी करते हैं ।


5. यह एक प्राकृतिक हर्बल उत्पाद है जो एक होम्योपैथिक विशेज्ञ के द्वारा हैल्थी ब्रेस्ट शेप और आकार को बनाए रखने में मदद करने के लिए तैयार किया गया है ।


कैसे लगाएं : Women’s Cute 36 Oil को जरूरी मात्रा में लें फिर इस तेल को नीचे से ऊपर की ओर हाथों के हल्के दबाव से स्तनों पर रोजाना 2-3 मिनट तक मालिश करें। तब तक मसाज करें जब तक कि तेल पूरी तरह से सोख न जाए। अच्छे परिणामों के लिए प्रतिदिन दो बार इस तेल को यूज करें।


Women’s Cute 36 Oil से मसाज करने के फायदे

1. अपने स्तनों की नियमित रूप से मालिश करना स्वाभाविक रूप से स्तन के आकार को बढ़ाने के लिए सबसे अच्छे घरेलू उपचारों में से एक माना जाता है।


ऐसा इसलिए है क्योंकि यह ब्लड सर्कूलेशन में सुधार करता है और रक्त प्रवाह में पाए जाने वाले फाइटोएस्ट्रोजेन के प्रवाह को स्तन में उत्तेजित करता है। ये स्तनों के विकास में सहायक हार्मोन हैं जिस कारण सीने का आकार बढ़ने लगता है


2. डेली लगभग 30 मिनट तक नियमित रूप से ब्रेस्ट की मालिश करने से सिर्फ एक महीने में ही स्तन का आकार एक कप बढ़ सकता है! लेकिन कैसे? इसका जबाव है की यह प्रोलैक्टिन उत्पादन को बढ़ाने प्रोत्साहन करता है ।


प्रोलैक्टिन एक स्तन बढ़ाने वाला हार्मोन जो स्तन के आकार को बढ़ाने में मदद करता है ।

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शीघ्रपतन की होम्योपैथिक दवा और इलाज - Homeopathic medicine and treatment for Premature Ejaculation in Hindi

 शीघ्रपतन की होम्योपैथिक दवा और इलाज - Homeopathic medicine and treatment for Premature Ejaculation in Hindi शीघ्र स्खलन एक पुरुषों का यौन रोग है, जिसमें दोनों यौन साथियों की इच्छा के विपरीत सेक्स के दौरान पुरुष बहुत जल्दी ऑर्गास्म पर पहुंच जाता है यानि जल्दी स्खलित हो जाता है। इस समस्या के कारण के आधार पर, ऐसा या तो फोरप्ले के दौरान या लिंग प्रवेश कराने के तुरंत बाद हो सकता है। इससे एक या दोनों साथियों को यौन संतुष्टि प्राप्त करने में परेशानी हो सकती है। स्खलन को रोक पाने में असमर्थता अन्य लक्षणों जैसे कि आत्मविश्वास में कमी, शर्मिंदगी, तनाव और हताशा आदि को जन्म दे सकती है। ज्यादातर मामलों में, हो सकता है कि स्खलन को नियंत्रित करने में असमर्थता किसी जैविक कारण से न पैदा होती हो, हालांकि उपचार के किसी भी अन्य रूप की सिफारिश करने से पहले डॉक्टर इसकी संभावना का पता लगाते हैं। तनाव, चिंता, अवसाद, यौन अनुभवहीनता, कम आत्मसम्मान और शरीर की छवि जैसे मनोवैज्ञानिक कारक शीघ्र स्खलन के सबसे आम कारण हैं। विशेष रूप से सेक्स से संबंधित अतीत के दर्दनाक अनुभव भी शीघ्र स्खलन का संकेत दे सकते हैं। अन्य